*🙏जगदंबिके दुर्गायै नम🙏* *धन-सम्पति, वशीकरण, शत्रु शमन मुकदमें विजय व्यापार में वृद्धि शत्रु द्वारा तंत्र मंत्र से सुरक्षा इसकी जितनी प्रशंसा करू उतना ही कम है क्योंकि यह अद्भुत शक्ति संपन्न है मे व्यक्ति सशक्त ही जाता है l जिस व्यक्ति के पास यह होती है l उसे किसी बात कि कमी नहीं होती l उसकी सारी इच्छाये अपने आप पूरी हो जाती है लेकिन किसी योग्य विद्वान के द्वारा इसे सिद्ध करवा ले या विधि के अनुसार आप सब सिद्ध कर लें तभी यह समस्त कार्य करने में संपन्न होगी दूसरा इसका ओरिजिनल होना बहुत जरूरी है बाजार में नकली या बहुत मिलती हैं सही जानकार के द्वारा ही से खरीदें और ले लो कि नकली कोई कार्य नहीं करेगी*
*सियार सिंगी से धन प्राप्ति*
*अगर व्यापार न चल पा रहा हो या जीवन में उन्नति न हो पा रही हो तो इस साधना को करना चाहिए. कई बार इर्ष्या के कारण कुछ लोग तंत्र प्रयोग कर देते हैं जिससे दूकान में ग्राहक नहीं आते यां कार्य सफल नहीं होते. इन परस्थितियों में भी यह प्रयोग राम बाण की तरह असर करता है*.
*बुधवार के दिन सियार सिंगी को किसी स्टील की प्लेट में स्थापित कर दें. इस पर कुंकुम या केसर का तिलक लगाये. फिर इस पर चावल और फूल अर्पित करें और निम्न मंत्र का जप आसन में बैठ कर करें :- “ॐ नमो भगवती पद्मा श्रीम ॐ हरीम, पूर्व दक्षिण उत्तर पश्चिम धन द्रव्य आवे, सर्व जन्य वश्य कुरु कुरु नमः*
*इस मंत्र का मात्र 108 बार जप 21 दिन इस सियार सिंगी के सामने करें. 21 दिन के बाद इसको किसी डिब्बी में संभल कर रख ले. अगर दूकान न चल रही हो तो दूकान में किसी सुरक्षित स्थल में रख दे और केवल २१ बार इस मंत्र का उच्चारण करें. इस पाधना को करने वाले को कभी धन की याचना नहीं करनी पार्टी अपितु धन उसकी और स्वयं ही आकर्षित होता रहता है*
*अगर प्रेमी यां प्रेमिका का मन बदल गया हो , या विवाह करने को राज़ी न हो रहे हों*
*कोई अधिकारी आपके विरोध में कार्य कर रहा हो*,
*परिवार में कोई सदस्य गलत रास्ते पर जा रहा हो तो वशीकरण प्रयोग से उसका मन बदला जा सकता है*
*पति- पत्नी या परिवार के किसी अन्य सदस्य से न बनती हो और झगडे होते हों और घर में अगर कलह रहती हो तो वशीकरण से आपस में विवाद ख़तम किये जा सकते हैं*
*शुक्रवार के दिन जिस भी व्यक्ति स्त्री या पुरुष को अपने अनुकूल करना हो उसका नाम कुमकुम से स्टील की प्लेट पर लिखें , अगर उसका चित्र हो तो नाम के ऊपर उसका चित्र रख दें* । *अब इसके ऊपर सियार सिंगी को स्थापित करें । सियार सिंगी पर केसर का तिलक लगाये। अब इस पर चावल और पुष्प चढ़ा दें। इसके बाद इसपर हिना की इत्र लगायें । मिठाई का भोग अर्पित करे*.
*अब निम्न मंत्र का जप १०८ बार करें*
*बिस्मिलाह मेह्मंद पीर आवे घोडे की सवारी , पवन को वेग मन को संभाले, अनुकूल बनावे , हाँ भरे , कहियो करे , मेह्मंद पीर की दुहाई , शब्द सांचा पिण्ड कांचा फुरो मंत्र इश्वरो वाचा*
*इस प्रकार मात्र 21 दिन तक करें . 21 दिन के बाद सियार सिंगी को चित्र के साथ किसी लाल कपडे में बांध कर रख ले. जब तक वह चित्र सियार सिंगी के साथ बंधा रहेगा वोह व्यक्ति आपके अनुकूल रहेगा आपके वश में रहेगा*
*1- सियार सिंगी वाले सिंदूर से जो भी पुरुष अपनी पत्नी की मांग भरता है या स्त्री अपनी मांग भरने में सियार सिंगी सिंदूर का प्रयोग करती है तो उसका पुरुष हमेशा उसके वश में रहता है*
*2- यदि कोई व्यक्ति प्रेत बाधा या क्रोध से ग्रसित हो तो उसके लिए आपको सियार सिंगी में प्रयोग किए गए चावलों का उपयोग करना चाहिए उसकी सभी बाधाएं समाप्त हो जाती है*
*3- सियार सिंगी में प्रयोग किए गए उड़द के दाने जिस भी घर के दरवाजे में फेंक दिए जाते हैं वह व्यक्ति एवं वह घर कभी आबाद नहीं हो पाता अर्थात उस व्यक्ति की और उस घर की तरक्की रुक जाती है*
*4- सियार सिंगी जो भी व्यक्ति अपने पास रखता है उसकी सभी इच्छा पूर्ण हो जाती है एवं उसके घर में सकारात्मक शक्तियों का वास होता है*
*६- जो भी व्यक्ति सियार सिंगी जो भी व्यक्ति अपने पास रखता है या व्यापार क्षेत्र में उसको स्थापित करता है उसके व्यापार और नौकरी में हमेशा बरक्कत और तरक्की होती रहती है*
*७- यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मारकेश की दशा हो अर्थात मृत्यु का दोष हो तो उस व्यक्ति को सियार सिंगी सदैव अपने पास रखना चाहिए इससे लाभ होता है*
*सियार सिंगी वशीकरण का प्रयोग बहुत ही प्रबल होता है जिसकी पहचान भी तुरंत की जा सकती है और इसके फायदे भी बहुत प्रकार के होते है | सियार सिंगी का प्रयोग कर कोई भी कार्य सिद्ध किया जा सकता है*
*ॐ नमो भगवते रुद्राणी चमुन्डानी घोराणी सर्व पुरुष क्षोभणी सर्व शत्रु विद्रावणी। ॐ आं क्रौम ह्रीं जों ह्रीं मोहय मोहय क्षोभय क्षोभय, मम वशी कुरुं वशी कुरुं क्रीं श्रीं ह्रीं क्रीं स्वाहा”। मंत्र का सियार सिंगी के सामने 1100 बार जप करना होता है। इस प्रकार आप इसे सिद्ध कर पाते है। अपने परिवार निर्वाह और लोगों के भले के लिए उपयोग करें अनर्गल उपयोग ना करें अनर्गल उपयोग करने वाले का दोस्त का भाग्य खुद होगा*
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*अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें*
*राष्ट्रीय धर्माचार्य पंडित जगदीश भारद्वाज दुर्गा उपासक वास्तु शास्त्री ज्योतिषाचार्य*mantartantrasamadhan@gmail.com
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