शुक्रवार, 19 मार्च 2021

त्रिलोक मोहन (गौरी मंत्र )

 


मंत्र - ह्रीं नमो ब्रम्हाश्रीराजिते राजपूजिते जय विजय गौरी गांधारी त्रिभुवन वशंकरी सर्वलोक वशंकरी, सर्व स्त्री-पुरुष वशंकरी, सु सु दु दु घे घे वा वा ह्रीं स्वाहा!












विधान -



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